अठरह सप्ताह की गर्भावस्था के दौरान आने वाले परिवर्तन में कई चीज़ें देखी जाती है जैसे शिशु के आकार में परिवर्तन, गर्भवती में शारीरिक एवं आन्तरिक परिवर्तन इत्यादि। गर्भवस्था के यह समय शिशु और माता दोनों के लिए ही बहुत महत्वपूर्ण होता है और इस दौरान दोनों कई दौर से गुजरते हुए नौ महीने का सफ़र तय करते हैं। यहाँ हम बात कर रहे हैं अठरह सप्ताह की गर्भावस्था के दौरान आने वाले परिवर्तन के बारे में।
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अठरह सप्ताह की गर्भावस्था में भ्रूण विकास:
- इस दौरान शिशु का लगभग 14.2 सेंमी। (5.6 इंच) लंबा हो जाता है मतलब शिशु लगभग एक शिमला मिर्च जितना बड़ा हो जाता है। शिशु का वजन लगभग 190 ग्राम तक होता है। शिशु के कान अब पूर्णतः विकसित हो जाते हैं जो शिशु के सिर से अलग दीखते हैं। शिशु की नन्हीं भौंहें अब साफ़ नज़र आने लगती हैं। शिशु अब अपनी बंद आंखों के आसपास की मांसपेशियों में हलचल या हरकत करने योग्य हो जाता है।
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- भोजन करने के बाद भी कई बार गर्भवती को असहजता सी महसूस होती है यह असहजता शायद अपचता (इनडाइजेशन) के कारण होती है है। गर्भावस्था का यह एक बहुत ही स्वाभाविक सा दुष्प्रभाव है। गर्भावस्था के दौरान हॉर्मोन पाचन तंत्र के साथ ही साथ शरीर की मांसपेशियों को भी शिथिल बना देते हैं, और इस वजह से पाचन क्रिया मंद हो जाती है।
- इस दौरान गर्भस्थ में शिशु बड़ा होता जाता है, गर्भवती का पेट ऊपर की तरफ हो जाता है। और इस वजह से पेट के अम्ल (एसिड) सामान्यतः भोजन नलिका में आते हैं। और यही कारण होता है कि गर्भवती के सीने में जलन (हार्टबर्न) होती है। इस दौरान थोड़ी थोड़ी देर में थोडा थोडा भोजन खाते रहने से अपचता और सीने में जलन जैसे समस्याओं से निजात मिलता है। गरिष्ट या वसायुक्त व तैलीय भोजन के सेवन से बचना।
- गर्भावस्था के दौरान कुछ महिलाओं को सामान्य से काफी ज्यादा गैस की समस्या होती है
18 सप्ताह गर्भवती होने पर आपके लिए क्या जानना जरुरी है:
इस दौरान गर्भ में शिशु की हलचल किसी भी दिन महसूस होना स्वाभाविक होता है। यदि यह गर्भवती की पहली गर्भावस्था है तो गर्भवती शुरुआत में शायद इस हलचल को समझ पाने में सक्षम न हों। शुरुआती हलचल में गर्भवती पेट में बुलबुलों के फूटने जैसे या फिर कुछ फड़फड़ाने जैसी हलचल को महसूस कर सकती हैं। कभी कभी ऐसा भी होता है कि गर्भवती शिशु की पहली हलचल को अपने पेट की गड़गड़ाहट भी समझ लेती हैं। लेकिन समय के साथ में गर्भवती बिना किसी गलती के आसनीपूर्वक अपने शिशु की हलचल को पहचान पाने में सक्षम हो जाती हैं। अठरह सप्ताह की गर्भावस्था के दौरान आने वाले परिवर्तन में ये परिवर्तन बहुत ही अहम् और जानने योग्य हैं।
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गर्भवती गर्भावस्था के 18वें हफ्ते में क्या करें:
- अठरह सप्ताह की गर्भावस्था के दौरान आने वाले परिवर्तन में पेट बढ़ने के साथ-साथ अधिकतर पीठ व टांगों में दर्द रहना स्वाभाविक होता है।
- इस दौरान टखनों, पैरों और हाथों में सूजन दिखाई देना बहुत ही स्वाभाविक है। इसके लिए आप गुनगुने पानी में नमक डालकर अपने पैरों को उसमें कुछ देर डुबाये रखें।
- शिशु की मजबूत हड्डियों और दांतों के लिए गर्भवती को इस समय पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम का सेवन करना चाहिए। जैसे दूध, पनीर, अंडा, मछली इत्यदि का सेवन करें।
- इस दौरान में खान-पान में बहुत अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। खनिज, आयरन, विटामिन सब कुछ पर्याप्त मात्रा में लेना जरुरी है।
- गर्भावस्था में तनाव होना स्वाभाविक है लेकिन यह गर्भवती माँ व शिशु दोनों के लिए हानिकारक है। तनाव से निजात पाने के लिए मैडिटेशन व योग का सहारा ले सकती हैं।
तो ये थे अठरह सप्ताह की गर्भावस्था के दौरान आने वाले परिवर्तन जिनको लेकर गर्भवती को सचेत रहना बहुत आवश्यक है। पहली पहली गर्भवस्था में बहुत सी महिलाओं को जानकारी कम होती है। लेकिन इसके बारे में पता होना जरुरी है।
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