भारत में आज भी शादी के पहले या किशोरावस्था में सेक्स एक बहुत ही बड़ा सामाजिक सवाल है। बिना शादी या उसके पहले छोटी उमर में सेक्स् करना चाहिए या नहीं यह एक युवा महिला के लिए सबसे कठिन फैसलों में से एक फैसला होता है जिसकी वजह समाज के साथ साथ जानकारियो का आभाव भी होता है ।
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जानकारी के आभाव में अनचाही प्रेग्नेंससी और सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीजेज एक बहुत बड़ी समस्या है और सेक्स सम्बन्धी शिक्षा से ही इस सब से खुद को बचाने का तरीक़ा है ।
सेक्शुअली एक्टिव होने के लिए जिम्मेदार फैक्टर्स-
– आर्थिक स्थिति का अच्छा नहीं होना
-सिंगल पेरेंट के साथ रहना
– वो व्यवहार जिनसे खतरा बढ़े (जैसे सिगरेट, शराब, नशीली दवाओं के प्रयोग)
– सेक्शुअली एक्टिव साथियों का होना
– कुछ मामलों में जल्दी या तेजी से प्यूबर्टल विकास होना
बर्थ कंट्रोल को लेकर जागरुकता-
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यह सबसे अच्छा है जब पेरेंट्स अपने बच्चे से उसके बदलते शरीर, सेक्स और बर्थ कंट्रोल के बारे में खुलकर बात करते हैं। ऑनलाइन सामग्री या केवल दोस्तों पर निर्भर रहने से गलत जानकारी भी मिल सकती है। पेरेंट्स को अपने बच्चों के सेक्शुअली एक्टिव होने से बहुत पहले ही उन्हें सेक्स एजुकेशन दे देनी चाहिए और उनके साथ सेक्स से जुड़े विषयों पर चर्चा करनी चाहिए।
यदि पेरेंट्स को इस विषय पर अपने बच्चे से बात करने में असहज महसूस हो रहे है तो अपने फैमिली डॉक्टर्स से बर्थ कंट्रोल के विकल्पों के बारे में चर्चा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
बेस्ट बर्थ कंट्रोल के तरीके कौन से हैं?
संयम से काम लेना या सेक्स न करना ही अनचाही प्रेग्नेंसी और एसटीडीस से बचने का सबसे सही तरीका है। अगर ऐसा नहीं है तो बर्थ कंट्रोल के तरीकों का आंकलन कर उन्हें इस्तेमाल करना चाहिए। बर्थ कंट्रोल के तरीकों के अन्य फायदे भी होते हैं और साथ ही साथ वो मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स, हेवी मेंस्ट्रुअल फ्लो और एक्ने को रोकने के लिए भी सहायक होते हैं।
इंट्रायूटेरिन डिवाइसेस-
इंट्रायूटेरिन डिवाइसेस (आईयूडी और आईयूएस) लंबे समय तक इस्तेमाल किए जाने वाले रिवर्सिबल कॉन्ट्रासेप्टिव्स हैं। ये ‘T’ के आकार का टूल होता है जो आपके यूट्रस के अंदर डॉक्टर द्वारा लगाया जाता है।
हार्मोनल पिल्स-
हार्मोनल पिल्स सबसे ज्यादा लोकप्रिय बर्थ कंट्रोल मेथर्ड है। एक बार इसे प्रिस्क्राइब कर दिया जाए तो ये आसानी से उपलब्ध एक किफायती तरीका है। दो तरह की पिल्स होती हैं- एस्ट्रोजन/ प्रोजेस्टेरोन के कॉम्बिनेशन वाली और सिर्फ प्रोजेस्टेरोन वाली। बर्थ कंट्रोल पिल्स प्रेग्नेंसी रोकने में 91% असरदार होती हैं, ये उन लोगों के लिए ये एक अच्छा तरीका है जिन्हें कम समय के लिए बर्थ कंट्रोल मेथर्ड का इस्तेमाल करना है।
बर्थ कंट्रोल पैच-
बर्थ कंट्रोल पैच में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टिन हार्मोन्स मौजूद होते हैं। ये आमतौर पर भुजाओं या फिर पीछे की ओर लगाया जाता है, लेकिन हमेशा इसे लगाना और हटाना याद रखना होता है।
वेजाइनल रिंग-
वेजाइनल रिंग एक नरम छोटा प्लास्टिक का सर्कल होता है जिससे कॉम्बिनेशन पिल की तरह ही हार्मोन्स रिलीज होते हैं। इसे वेजाइना के अंदर डालना होता है और हर तीन हफ्ते में निकालना होता है।