कई बार ज्यादा सोचना, ज्यादा टेंशन लेना माइंड एंड बॉडी प्रॉब्लम का कारण होता है इसके लिए माइंड एंड बॉडी बैलेंस की बहुत जरुरत होती है। माइंड एंड बॉडी बैलेंस करने से ही माइंड एंड बॉडी प्रॉब्लम से निजात पाया जा सकता है। और इसके लिए जरुरी है खुद को खुश रखना। ख़ुशी और हँसी ऐसी चीज़ें हैं जिनसे जीने की प्रेरणा मिलती है और खिन्नता दूर होती है। इसलिए आज कल लाफिंग थेरेपी का चलन अधिक देखा जाता है जिसमें जोर-जोर से हँसा जाता है।
माइंड एंड बॉडी प्रॉब्लम से अगर निजात पाना है तो स्वयं को उन कार्यों में व्यस्त रखना पड़ेगा जहाँ आपको ख़ुशी मिलती है। इससे आपके माइंड एंड बॉडी बैलेंस में आ जायेंगे और आपका हर कार्य में मन लगेगा। जीवन में कई ऐसी तकलीफे और मोड़ आते हैं जो व्यक्ति को तोड़ कर रख देते हैं उस समय माइंड एंड बॉडी प्रॉब्लम में आ जाते हैं और उस समय माइंड एंड बॉडी बैलेंस करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। लेकिन ऐसे समय में खुद को आत्मविश्वास से परिपूर्ण रखना बहुत जरुरी होता है तब ही हर परेशानी से लड़ा जा सकता है। इसके लिए लोगों के साथ उठाना बैठना, हँसना, खुश रहना और जिस भी चीज़ या कार्य में ख़ुशी मिलती है वो करना बहुत जरुरी होता है।
ऐसा करने से दिमाग और शरीर दोनों नियंत्रण में आ जाते हैं। योग मैडिटेशन को तो रोजाना दिनचर्या में लाना ही चाहिए क्योंकि इनसे ज्यादा कोई अन्य चीज़ माइंड एंड बॉडी प्रॉब्लम को नष्ट नहीं कर सकती। जरुरी नहीं है कि आप 2-3 घंटे योग और मैडिटेशन करें। आप कम से कम 30 मिनिट इसे जरुर करें। इतना समय पूरे दिन में अपने माइंड एंड बॉडी बैलेंस करने के लिए अवश्य दें तभी हर प्रकार की माइंड एंड बॉडी प्रॉब्लम से निजात पाया जा सकता है। इसके अलावा डांस को सबसे अच्छा व्यायाम माना जाता है एवं यह दिमाग और शरीर दोनों के लिए ही उत्तम है। अगर आपको डांस नहीं आता तो इसमें कोई बात नहीं आप कैसा भी डांस कर सकते हैं क्योंकि ये आप अपनी ख़ुशी के लिए करेंगे किसी को दिखने के लिए नहीं। इसलिए इसे अपनाकर देखिये यह माइंड एंड बॉडी बैलेंस का सबसे अच्छा तरीका है।