पीलिया एक ऐसी बीमारी है जो एपेटाइटिस ए या फिर हेपेटाइटिस सी के कारण फैलती है। यह शरीर के अनेक शरीर बहुत कमजोर पड़ जाता है। इस रोग के शिकार सबसे ज्यादा बच्चे होते हैं। इस समय अक्सर माता पिता के मन में यह बात आती है कि वह अपने बच्चे को कौन से आहार खाने और कौन से नहीं खाने चाहिए और किस तरह अपनी दिनचर्या को चलाना चाहिए। अगर आप भी इसी संदेह में रहते हैं तो आज हम आपको इसके कारण, लक्षण और उपचार के बारे में बता रहे हैं। आइए जानते हैं।
पीलिया के लक्षण
- खाने की इच्छा कम होना
- बुखार होना
- गंभीर थकान होनाइस रोग में पाचन तंत्र सही ढंग से काम नहीं करता है और शरीर का रंग पीला पड़ जाता है।
- अत्यंत कमजोरी
- सिरदर्द
- ज्वर होना
- मिचली होना
- भूख न लगना
- अतिशय थकावट
- सख्त कब्ज होना
बच्चों को पीलिया से बचाने के उपाय
- यह बहुत ही ज़रूरी है कि आपका बच्चा साफ पानी का इस्तेमाल करे। पुराने समय में पानी को उबालकर पीना ज़रूरी होता था। लेकिन आज बाज़ार में पानी को शुद्ध करने के लिए बहुत से ब्रांड की मशीनें आ रही हैं। चाहे स्कूल जाना हो या पिकनिक जाना हो ध्यान रखें कि आपका बच्चा घर से पानी की बोतल ले जाये। बच्चे को रेस्ट्रां या बाहर का पानी बिलकुल ना पीने दें।
- बाहर का खाना विशेषतः वो खाना जो ठीक से पका ना हो उसे ना खाएं। गोल गप्पे, चाट, चुस्की में पीलिया फैलाने वाले वायरस होते हैं। बच्चे को इन विक्रेताओं से दूर रखने के लिए घर से बना हुआ स्नैक्स दें।
- एक साफ सुथरे रोटीन का पालन करने से पीलिया के साथ बहुत सी बीमारियां दूर रहती हैं। बच्चे को खाने से पहले और बाथरूम का प्रयोग करने के बाद डिसिन्फेक्टेंट साबुन से हाथ साफ करने की सलाह दें। ध्यान रखें कि बच्चा अपने साथ पेपर सोप या हैंड सैनिटाइज़र ज़रूर रखे।