दिमाग पर जरूरत से ज्यादा जोर डालने पर तनाव बढ़ेगा और इसका असर दिल पर हो सकता है । तनाव होने पर दिमाग से निकलने वाले खास प्रकार के हारमोन्स दिल की प्रणाली पर प्रभाव डालते हैं।
युवा तीन कारणों से हार्ट डिजीज की चपेट में आ रहे हैं। इनमें लो डाइंसिटी लाइपोप्रोटीन (एलडीएल) यानी बैड कॉलेस्ट्रॉल लेवल, लाइपोप्रोटीन ए और एज जीन पॉलिमॉरफॉसिस्म प्रमुख रूप से शामिल हैं।
ओपीडी में रोज 250 से अधिक मरीज दिल की समस्या को लेकर आते हैं। इनमें से तीन प्रतिशत तक युवा होते हैं। इनमें लाइपोप्रोटीन 5 से 6 प्रतिशत तक अधिक पाया जाता है। इसकी वजह दिल की धमनियों में ब्लॉकेज की समस्या होती है। इनसे बचने के लिए नियमित दिनचर्या और बेहतर खानपान जरुरी है।
यह करें
- समय पर ब्रेकफास्ट और लंच
- नियमित रूप से बीस मिनट एक्सरसाइज
- हरी सब्जियां और ताजे फल खाएं
- दालें और अंकुरित अनाज से रहेंगे फिट
- मछली का खूब सेवन करें।
यह न करें
- ज्यादा नमक न खाएं।
- चिकना तला खाना, रेड मीट, काजू, दूध ने बने खाद्य पदार्थ से परहेज करें
- तंबाकू, सिगरेट और शराब से भी दूर रहें।