गर्भावस्था के समय मां के विचारों का सीधा असर गर्व में पल रहे बच्चे पर पड़ता है। इसीलिए कहा जाता है की गर्भावस्था के समय मां को अच्छे विचार मन में लाने चाहिए, जिससे बच्चे पर सकरात्मक प्रभाव पड़ेगा परन्तु कई बार परिस्थियों के चलते गर्ववती महिलाये नकारात्मक विचारों से घिर जाती हैं, जिसका सीधा प्रभाव शिशु पर पड़ सकता है।
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आइये जानते हैं किन बातों का ध्यान रख कर आप गर्भावस्था के दौरान अपने दिमान से नकारात्मक सोच को दूर करके सकारात्मक विचार ला सकते हैं।
मैडिटेशन करें : प्रेग्नेंसी के दौरान मानसिक और शारीरिक रूप से महिलाओं में कई प्रकार के बदलाव आते हैं। खुश होने के साथ-साथ उनके दिमाग में कई दुविधा भी होती हैं जिसके कारण उनका स्वास्थ्य प्रभावित होता है। अतः गर्भावस्था के दौरान मैडिटेशन को अपनाना कर आप अपने आप को ऊर्जावान तथा रिलैक्स रख सकते हैं ।
अपने आप से प्यार करें : खुद से प्यार कर के भी आप अपने नकारात्मक विचारों को दूर कर सकते हैं। अपने बारें में सोचने की कोशिश करें आप को जो पसंद हो वह करने का प्रयास करें, अच्छा खाना खाएं, अच्छी किताबें पढ़ें,मधुर गीत सुनें । इससे आप के दिमाग में गलत भावनाएं नहीं आएंगी और आप खुश महसूस करेंगी।
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पर्याप्त नींद लें: पर्याप्त नींद लेने से आपको थकावट महसूस नहीं होगी और आप अपने आपको तरोताजा महसूस करेंगी जिससे आपके अंदर की नकारात्मकता भी खत्म होगी और अच्छे तथा सकारात्मक विचार आपके मन में आएंगे।
नकारात्मक लोगो से दूर रहें : ऐसी अवस्था में जो लोग आपको नकारात्मक प्रतीत हो उनसे दूरी बनाना ही समझदारी होती है क्योकि ऐसे लोगो की संगत आपको और भी नकारात्मक सोच के लिए मजबूर करेगी। कोशिस करें कि सकारात्मक लोगो का साथ ऐसे समय में आपको मिले।
शारीरिक गतिविधि बनाएं : घर में हल्के फुल्के कामों के साथ अपनी शारीरिक गतिविधि बनाएं रखने से आप सक्रिय रहेंगे, जिससे आपके दिमान में नकारात्मकता नहीं आएगी। खली बैठे रहने से आप अपने दिमाग में नकारत्मकता को प्रवेश करने का मौका देंगे अतः अपने आपको किसी न किसी काम में व्यस्त रखने का प्रयास करें।
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रिपोर्ट: डॉ.हिमानी