कैंसर एक ऐसे बीमारी है जिसका नाम सुनते ही लोग भययुक्त हो जाते है तो जरा सोचिये जिस बीमारी के नाम मात्र से लोगो के बीच में इतना भय है, यदि किसी को हो जाये तो कितना कष्टप्रद होगा । कैंसर होने पर इसके लक्षणों का पता शुरूआती अवस्था में नहीं लगता है,परन्तु सावधानी वर्ती जाए तो इसको होने से रोका जा सकता है या सही समय पर इसका इलाज किया जा सकता है। कैंसर 200 से भी अधिक प्रकार का होता हैं और सबके लक्षण अगल-अगल होते हैं। लेकिन यदि आपको ऐसा प्रतीत हो रहा हो कि आपके स्वास्थ्य में असामान्य परिवर्तन हो रहे हैं तो कैंसर की जांच तुरंत करानी चाहिए।
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स्तन कैंसर होने पर पहले या दूसरे चरण में ही इसका पता चल जाने से सही समय पर इसका इलाज संभव है।आज हम इस आर्टिकिल द्वारा जानेगें कि किस प्रकार अपने आप आप स्तन कैंसर की जांच कर सकतें हैं :
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- जिन महिलाओं को पीरियड्स होते हैं, उन्हें पीरियड्स आरम्भ होने के 10 दिन बाद और और जो महिलाएं मेनोपॉज़ फेज में जा चुकी हैं , वे महीने में किसी भी एक दिन निश्चित करके अपनी स्तन कि जांच करें। जांच के लिए आप अपने दाहिने हाथ से बायां स्तन और बाएं हाथ से दाहिन स्तन गोल-गोल घुमाकर देखें यदि किसी भी प्रकार का दर्द या फिर किसी भी प्रकार सा स्राव होता है तो तुरंत अपने डॉक्टर से राय लें ।
- जो महिलाएं 40 साल से अधिक हैं उनकों साल मे एक बार मैमोग्राफी अवश्य करानी चाहिए। ‘इस जांच से आपको स्तन कैंसर के होने का पता उस परिस्थिति में भी चल सकता है जब आप किसी भी प्रकार का बदलाब अपने स्तनों में महसूस नहीं कर रहे होंगें । इस तरह जांच द्वारा बिना किसी मेडिकल टेस्ट के इस बीमारी का पता लगाया जा सकता है और समय रहते इलाज किया जा सकता है।
- शीशे के सामने खड़े होकर अपनी दोनों हाथों को नीचे करें। अब शीशे में ध्यान से देखें कि दोनों स्तनों के आकार मे कोई अन्तर तो नही दिख रहा है, जैसे कि स्तनों पर किसी प्रकार के गडढे या निप्पल मे किसी प्रकार का स्राव या निप्पल के आकार, बनावट, गोलाई में कोई अंतर। अब अपने दोनों हाथों को ऊपर ले जाते हुए भी यही प्रक्रिया को दोहराऐं।
रिपोर्ट: डॉ.हिमानी