ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं को होने वाली भयावह बीमारी में से एक है। लेकिन आज के समय में यह बीमारी सिर्फ महिलाओं को ही नहीं बल्कि पुरुषों में भी पाई जाती है। इस बीमारी के कारण महिलाओं को काफी दिक्कतें होती हैं। लेकिन इसका सबसे अच्छा इलाज है जागरूकता।
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ब्रेस्ट कैंसर के कारण
- ब्रेस्ट कैंसर किसी भई उम्र में हो सकता है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा खतरा 40 साल के बाद होता है
- गर्भ निरोधक गोली का सेवन और हार्मोंन की गड़बड़ी के कारण भी यह रोग हो सकता है
- आपके परिवार में पहले किसी को यह बीमारी हो तो आपके ऊपर भी इसका खतरा बढ़ जाता है
- उम्रदराज महिला की पहली डिलीवरी के कारण ब्रेस्ट कैंसर की संभावना बढ़ जाती है
क्या है लक्षण
- स्तन या निपल के साइज में असामान्य बदलाव
- कहीं कोई गांठ जिसमें अक्सर दर्द न रहता हो, स्तन कैंसर में शुरुआत में आम तौर पर गांठ में दर्द नहीं होता
- त्वचा में सूजन, लाली, खिंचाव या गड्ढे पड़ना
- एक स्तन पर खून की नलियां ज्यादा साफ दिखना
- निपल भीतर को खिंचना या उसमें से दूध के अलावा कोई भी लिक्विड निकलना
- स्तना में कहीं भी लगातार दर्द
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स्तन कैंसर से बचाव
- सप्ताह में तीन घंटे दौड़ लगाने या 13 घंटे पैदल चलने वाली महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर की आशंका 23 फीसदी कम होती है
- गुटका, तंबाकू और धूम्रपान ही नहीं बल्कि शराब भी स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ाती है। इसलिए नशीली चीजों के सेवन से बचें
- साबुत अनाज, फल-सब्जियां को अपने आहार में शामिल कर आप स्तन कैंसर के खतरे से बच सकते हैं
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