हार्ट पेशेंट को अपना ख्याल बहुत अधिक रखना होता है और उन्हें हीट स्ट्रोक का खतरा बहुत अधिक होता है और इसका बचाव जरुरी है तो आज हम यहाँ आपको बताएँगे कि कैसे आप अपना बचाव करें। हीट स्ट्रोक का मतलब होता है लू। वैसे कई प्रकार से हार्ट पेशेंट को अपनी देखभाल करनी होती है नहीं तो कई बार बड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है जो यह जानलेवा भी हो सकती है। तो चलिए देखते हैं कैसे करें बचाव और क्या साबधानियाँ बरतें।
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हार्ट पेशेंट को ज्यादा होता है हीट स्ट्रोक का खतरा, ऐसे करें इसका बचाव:
- पानी अधिक पियें
- चाय और काफी से करें परहेज
- नीबू पानी पियें
- नारियल पानी पियें
- प्याज के रस को शरीर पर लगायें
पानी अधिक पियें:
अधिक पानी पीने से लू का खतरा कम हो जाता है लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि धूप में से आते ही पानी न पियें और नॉर्मल पानी ही पियें। ठंडा पानी भी हार्ट पेशेंट के लिए हानिकारक होता है। कम से कम 4 लीटर पानी अवश्य पियें।
चाय और कॉफ़ी से करें परहेज:
लू का खतरा मुख्यतः गर्मियों में रहता है और लू से बचने के लिए चाय और कॉफ़ी का सेवन न करें या कम से कम करें। इसमें मौजूद पदार्थ शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं और हार्ट पेशेंट को वैसे भी चाय और कॉफ़ी से दूर रहने के लिए कहा जाता है।
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नीबू पानी पियें:
नींबू में वो सभी गुण पाए जाते हैं जो सेहत को कई बिमारियों से बचाते हैं और गर्मियों में नीबू पानी समय-समय पर पीते रहना चाहिए लेकिन एक दम ठंडा नीबू पानी न पियें। नीबू से कई बार सर्दी जुकाम भी हो जाता है तो ध्यान रखें ठंडा नीबू प्रयोग में न लायें।
नारियल पानी:
वैसे तो 12 महीने नारियल पानी पिया जा सकता है लेकिन अगर आप रोज सुबह गर्मियों में नारियल पानी पियेंगे तो दिल की बीमारी में राहत मिलेगी। फिर से वही बात आती है कि नारियल पानी बिल्कुल ठंडा न हो क्योंकि ठंडा नारियल पानी नुकसान कर सकता है।
प्याज के रस को शरीर पर लगायें:
वैसे तो प्याज खाना बहुत अच्छा होता है लेकिन अगर आप प्याज नहीं खाते तो आप प्याज के रस को शरीर पर लगायें और सूखने दें। बाद में नहा लें। इससे भी लू का खतरा टलता है। और इसे निरंतर प्रयोग करें। हार्ट पेशेंट के लिए यह एक अच्छा उपाय है।
हीट स्ट्रोक का खतरा इस प्रकार से टाला जा सकता है ये बहुत ही आसान से उपाय हैं जिन्हें अगर आप अपनाते हैं तो आप कई अन्य बिमारियों से भी बच सकते हैं।
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