मेटाबोलिज्म बढ़ाने वाले भोजन से करें मोटापा कम

by Darshana Bhawsar
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मोटापा एक बीमारी की तरह है समय रहते जिसका इलाज करना बहुत ही जरुरी है। अगर सही समय पर मोटापा नियंत्रित कर लिया जाता है तो कई प्रकार की अन्य बिमारियों से छुटकारा मिल जाता है। इसलिए इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि मोटापा अगर ज्यादा है तो उसे कम करने का प्रयास करें। अब बात आती है कि कैसे मोटापा कम करें और कैसा भोजन लें जो मेटाबोलिज्म बढ़ाये और वजन कम करें। तो यहाँ पर हम ऐसे भोजन के बारे में बात करेंगे जो मेटाबोलिज्म बढ़ाने वाले भोजन भी होंगे और वजन कम करने वाले भोजन भी।

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  • मेटाबोलिज्म:

मेटाबोलिज्म बढ़ने वाले भोजन के बारे में जानने से पहले यह जानना भी जरुरी है कि आखिर यह मेटाबोलिज्म है क्या। तो मेटाबोलिज्म एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें भोजन का एनर्जी में परिवर्तन होता है। अगर शरीर में कम मेटाबोलिज्म होता है तो शरीर में थकान रहती है, मांसपेशियों में कमजोरी आती है, वजन बढ़ता है और मासिक धर्म में भी परेशानी होती है। इसलिए कहा जाता है कि शरीर में मेटाबोलिज्म अच्छा होना चाहिए। और मेटाबोलिज्म अच्छा होता है पोषक भोजन से। अगर मेटाबोलिज्म अच्छा करना है तो पोषक भोजन भी लेना होगा। अब देखते हैं मेटाबोलिज्म बढ़ाने वाले भोजन के बारे में जिनसे आपका मोटापा भी नियंत्रित रहेगा।

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  • मेटाबोलिज्म तीन भागों में वितरित किया गया है:
  • बेसल मेटाबॉलिक रेट:

बेसल मेटाबॉलिक रेट उस समय की ऊर्जा होती है जब आप आराम करते हैं। यह आपकी पूरी ऊर्जा का 50 से 80 प्रतिशत भाग होता है।

  • शारीरिक गतिविधि के दौरान उपयोग की जाने वाली ऊर्जा:

अगर आप कम से कम 30 से 45 मिनट का वर्कआउट करते हैं तो इस दौरान जो ऊर्जा होगी वह आपकी पूरी ऊर्जा का लगभग 20 प्रतिशत भाग होगा।

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  • भोजन का थर्मिक प्रभाव:

यह खाने से पचाने तक की पूरी ऊर्जा होती है। यह आपकी पूरी ऊर्जा का लगभग 5 से 10 प्रतिशत भाग होता है।

  • मेटाबॉलिक रेट कई चीज़ों पर निर्भर करता है जैसे:
  • शरीर में फैट कितना है।
  • शरीर का अकार कैसा है।
  • डाइटिंग।
  • उम्र।
  • आनुवंशिक भी हो सकती है।
  • बीमारी पर भी निर्भर करता है।
  • शारीरिक गतिविधि पर भी निर्भर करता है।
  • हार्मोनल असंतुलन।

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इन सब बातों पर भी मेटाबॉलिक रेट निर्भर करता है और महिलाओं की तुलना में पुरषों में मेटाबॉलिक रेट ज्यादा होता है। अब बात करते हैं मेटाबोलिज्म बढ़ाने वाले भोजन के बारे में:

  • ग्रीन टी:

ग्रीन टी में एपिगैलोकैटेचिन-3-गैलेट पाया जाता है। यह मेटाबॉलिज्म बढ़ाने में सहायक होता है। हृदय रोग और मधुमेह जैसे रोगों से भी ग्रीन टी निजात दिलाने में सहायक है। ग्रीन टी में बहुत से ऐसे गुण होते हैं जो सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। मेटाबोलिज्म बढ़ाने वाले भोजन में ग्रीन टी भी है लेकिन इसे हम भोजन नहीं बोल सकते यह तरल तत्व है जो शरीर में स्फूर्ति लाता है।

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  • नट्स:

नट्स सेहत के लिए बहुत ही अच्छे माने जाते हैं और इनसे मेटाबोलिज्म बढ़ता है। नट्स के द्वारा शरीर में पाए जाने वाले चर्बी के कारकों को नष्ट किया जाता है और इनसे हृदय रोगों में भी राहत मिलती है इसलिए कहा जाता है कि मेटाबोलिज्म बढ़ाने के लिए नट्स का सेवन करना चाहिए।  नट्स आप सुबह चाय के पहले बादाम का सेवन करें। अगर बादाम पानी में भीगी हुई होंगी तो यह सेहत के लिए और भी अच्छी बात है।

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  • फल:

मेटाबोलिज्म बढ़ाने वाले भोजन में फलों का बहुत अधिक योगदान हैं। अगर आप ताजे फल जैसे पपीता, अनार, अमरुद, तरबूज, कीवी इत्यादि फल खाते हैं तो इनसे मेटाबोलिज्म की मात्रा पर्याप्त मिलती है। साथ ही ये वजन कम करने में भी सहायक है। इसलिए ताजे फल जरूर खाना चाहिए। फलों में प्रचुर मात्रा में पानी और फाइबर पाया जाता है जो शरीर के लिए आवश्यक होता है। इससे शरीर में पानी की कमी पूरी होती है। साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता भी फलों में अधिक पाई जाती है।

  • सब्जियाँ:

सब्जियाँ सेहत के लिए बहुत ही उम्दा मानी जाती है और सब्जियों में फाइटोकेमिकल्स व एंटी-ओबेसिटी एजेंट पाए जाते हैं जिनसे मोटापा कम करने में सहायता मिलती है। मेटाबोलिज्म बढ़ाने वाले भोजन में सब्जियों का आहार बहुत ही सहयोगी रहा है। हरी सब्जियाँ खाने से शरीर को आयरन, प्रोटीन और कैल्शियम सभी प्रचुर मात्रा में मिलता है। और कम कैलोरी होने की वजह से शरीर से कैलोरी की मात्रा कम होती है जिसका परिणाम होता है फिट शरीर। अगर आप सब्जियों का सेवन ज्यादा करते हैं तो आपका मोटापा कम होगा।

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  • हल्दी:

हल्दी एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट होती है। किसी भी प्रकार की चोट में हल्दी को प्रयोग किया जाता है। और साथ ही मेटाबोलिज्म बढ़ाने वाले भोजन में भी हल्दी का विशेष योगदान है। हल्दी में कई प्रकार के गुण होते हैं जो मोटापा कम करते हैं, त्वचा में निखार लाते हैं चोट में भी कारगार सिद्ध होते हैं, एवं दर्द को भी नष्ट करते हैं। आयुर्वेद में हल्दी को वरदान कहा गया है। और यही कारण है कि हल्दी को खाने में भी प्रयोग किया जाता है इससे खाने का स्वाद तो बढ़ता ही है साथ ही कई बिमारियों पर नियंत्रण होता है।

  • मेथी के बीज:

मेथी के बीज भी मेटाबोलिज्म बढ़ाने वाले भोजन में उपयोगी हैं। साथ ही अगर मेथी के बीज को भिगाकर इनका पानी पीया जाये तो मधुमेह जैसे रोगों से मुक्ति मिलती है साथ ही मोटापा भी कम होता है। मेथी के बीज की सब्जी भी आप बनाकर खा सकते हैं। खाने में यह स्वादिष्ट होती है या मेथी के लड्डू आप खा सकते हैं। या सब्जी में मेथी के बीज डालकर भी खा सकते हैं। मेथी  के बीज का प्रयोग कई प्रकार से किया जा सकता है। मेथी में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं।

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ये सभी मेटाबोलिज्म बढ़ाने वाले भोजन हैं जो आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करेंगे और आपके शरीर से अतिरिक्त चर्बी को बाहर निकालेंगे। अगर आप इन सभी को अपने जीवन में उतारते हैं तो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाएगी और आपको कई प्रकार रोगों से मुक्ति मिलेगी।