प्रेग्नेंसी कै समय सबसे खास समय होता है। इस समय पर सेहत का खास ध्यान देना चाहिए जिससे शिशु भी स्वास्थ रहता है। इस समय महिला को सब कुछ हेल्दी चीजें खाने की सलाह दी जाती है। उनमें से एक है बादाम जो बहुत पौष्टिक होते हैं और गर्भवती महिला को कई तरह के व्यंजनों में बादाम डालकर दिए जाते हैं ताकि मां और बच्चा दोनों तंदरुस्त रहें। लेकिन क्या आप ये जानते हैं गर्भावस्था में बादाम किस तरह खाने चाहिए या कच्चे या भीगे बादाम प्रेग्नेंसी में खाना फायदेमंद रहता है?
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यहां हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि प्रेग्नेंसी में बादाम खाने का सही तरीका क्या है।
प्रेग्नेंसी में बादाम खाने चाहिए या नहीं
जी हां, गर्भावस्था में कच्चे बादाम खाना भी सुरक्षित होता है। ये आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड और फाइबर जैसे पोषक तत्वों से युक्त होते हैं। हालांकि, अगर गर्भवती महिला को बादाम या किसी अन्य सूखे मेवे से एलर्जी है तो उन्हें बादाम खाने से बचना चाहिए।
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प्रेग्नेंसी में भीगे बादाम के फायदे?
अगर आपको बादाम से एलर्जी नहीं है तो आप गर्भावस्था के दौरान भीगे बादाम खा सकती हैं। भीगे बादाम पाचन में सुधार लाने वाले एंजाइम्स रिलीज करते हैं और बादाम को भिगोने से इसके पोषक तत्वों की मात्रा भी बढ़ जाती है।
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कच्चे या भीगे बादाम हैं फायदेमंद
वैसे तो कच्चे और भिगोकर, दोनों तरह से ही बादाम फायदेमंद होते हैं लेकिन भीगे बादाम खाना ज्यादा लाभकारी होता है।
प्रेग्नेंसी में कितने बादाम खाने चाहिए?
आप प्रेग्नेंसी में भिगोकर या कच्चे लगभग 23 बादाम खा सकती हैं। रोज सुबह भीगे बादाम जरूर खाएं।
गर्भावस्था में बादाम कब खाना चाहिए
एक गर्भावस्था महिला अपनी प्रेग्नेंसी में पहले महीने से लेकर आखिरी माह तक बादाम खा सकती हैं। सुबह और शाम दोनों समय बादाम खाना सही रहता है।