जितनी तेजी से वायू प्रदूषण बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से बीमारियां भी बढ़ती जा रही हैं। बढ़ते वायू प्रदूषण के कारण आपको सिर्फ सांस की बीमारी के हही नहीं बल्कि ब्रेन स्ट्रोक के भी शिकार हो सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: छोटे परन्तु महत्वपूर्ण बातें जो हमारे तनाव को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होती हैं
प्रदूषण के कारण हो सकता है ब्रेन स्ट्रोक
बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेने में काफी दिक्कत होती है। जिसके कारण हमारी सांस की नली संकरी हो जाती है। नली संकरी होने से शरीर में ऑक्सिजन की कमी हो जाती है। जिसके कारण खून की धमनियां फट जाती है, जिससे दिमान में खून की सप्लाई बंद हो जाती है। खून की सप्लाई बंद होने से थक्के जमने लगते हैं, जिसके कारण आपको ब्रेन स्ट्रोक या ब्रेन हैमरेज का खतरा हो सकता है।
इसे भी पढ़ें: कैसे आत्मसम्मान बढ़ा कर पाएं सफलता की कुंजी
ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण
- बांह का सुन्न होना
- बोलने में लड़खड़ाहट होना
- हंसने में दिक्कत होना
- होंठों का बेतरतीब फैल जाना
इसे भी पढ़ें: मल्टीटास्किंग बनने से व्यक्तित्व में क्या बदलाव आते हैं
ऐसे बच सकते हैं आप
ब्रेन स्ट्रोक से बचने के लिए बीपी, डायबीटीज और वजन को कंट्रोल में रखना चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह के दवा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। खाने में हरी सब्जी और फल की मात्रा बढ़ाएं। लो कलेस्ट्रॉल, लो सैच्युरेटेड फैट को डायट में शामिल करें। शराब और धूम्रपान को छोड़ नियमित व्यायाम को दिनचर्या में शामिल करें।
इसे भी पढ़ें: संकेत जो बताते हैं कि आप मानसिक और भावनात्मक रूप से तनाव ग्रष्त हैं