मसालों में काली मिर्च का उपयोग न केवल स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है, बल्कि इसके उपयोग से कई सेहत से जुड़ी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। काली मिर्च में मैग्नीज, पोटैशियम, आयरन, डायटरी फाइबर, विटामिन सी और के उचित मात्रा में पाए जाते है। रिसर्च से यह बात सामने आई है कि इसमें मौजूद पेपरीन बॉडी में कुछ खास न्यूट्रिएंट्स की मात्रा बढ़ाकर हमारे बॉडी फंक्शन्स को बेहतर बनाने में मदद करते है। काली मिर्च की एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी के कारण आयुर्वेद में इसको एक लाभकारी औषधि का दर्जा दिया गया है। सर्दियों में इसका उपयोग दवाएं बनाने में किया जाता है। आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. वृशाली का कहना है कि रोज काली मिर्च खाने या चाय में चुटकीभर प्रयोग करने से आपको कई फायदे हो सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: अगर आपके शरीर में है विटामिन ए की कमी, तो करें इन चीजों का सेवन
आइये जानते है इसके प्रयोग से होने वाले फायदे के बारे में :
- यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन कैंसर सेंटर के वैज्ञानिको के अनुसार काली मिर्च में विटामिन सी, ए, फ्लेवनॉयड्स, कैरोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स उचित मात्रा में होने के कारण इसके सेवन से कैंसर होने का खतरा कम होता है। दिन भर की डाइट में आधा चम्मच काली मिर्च पाउडर का इस्तेमाल उचित होता है।
- एक चम्मच घी में थोड़ी सी पीसी हुई काली मिर्च और मिश्री मिलाकर रोजाना खाने से याददाश्त तेज होती है।
- काली मिर्च में उपस्थित पेपरीन पाचन को सही रखने में मदद करती है। यह डायरिया, कॉन्स्टिपेशन और एसिडिटी में आराम दिलाती है।
- ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में काली मिर्च बहुत ही लाभकारी होती है। ब्लड प्रेशर अधिक होने पर एक छोटी चम्मच काली मिर्च का पाउडर आधे गिलास पानी के साथ नियमित रूप से खाने पर बीपी कंट्रोल होने में मदद मिलती है।
- काली मिर्च में पाया जाने वाला पोटेंटफाइटोन्यूट्रियंट फैटी कोशिकाओं को तोड़ कर वजन को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
- कालीमिर्च के सेवन से शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन बनता है, जो हमारे मूड को अच्छा रखने में मदद करता है। सेरोटोनिन की मात्रा बढ़ने से डिप्रेशन जैसी समस्या से निजात मिलती है।
इसे भी पढ़ें: सप्लीमेंट्स और प्रोटीन पाउडर से आपके शरीर को पहुंच सकती है यह हानि, बरतें सावधानी
रिपोर्ट: डॉ.हिमानी