पुदीना केवल सांस को ताज़ा करने और भोजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए ही उपयोग नहीं होता है इसके अनेकों स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं जो आपके पेट, छाती और सिर के इलाज के लिए भी बहुत ही फायेदेमंद होता है। वनस्पति-चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार पुदीना में जीवाणुरोधी और एंटीवायरल गुण भी बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते हैं ।
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आइये जानते हैं पुदीना किस प्रकार मानव स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है :
1.पुदीना में उचित मात्रा में पोषक तत्व उपस्थित होते हैं। इसमें 6 ग्राम कैलोरी, 1 ग्राम फाइब,12% विटामिन ए,9% लोहा 8% मैंगनीज, 4% फोलेट की मात्रा पाई जाती है।
2. पुदीना विटामिन ए का बहुत अच्छा स्रोत माना जाता है, विटामिन ए वसा में घुलनशील विटामिन होता है जो आंखों के स्वास्थ्य और दृष्टि दोनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
3. अन्य जड़ी-बूटियों और मसालों की तुलना में यह एंटीऑक्सिडेंट का एक शक्तिशाली स्रोत माना जाता है। एंटीऑक्सिडेंट आपके शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करते हैं साथ ही फ्री रेडिकल्स के कारण कोशिकाओं को होने वाले नुकसान से भी बचाने में लाभकारी होता है।
4. 2006 में हुए एक अध्ययन के अनुसार पाया गया कि पुदीना की सुगंध मात्र मानव स्मृति को बढ़ाने में सक्षम होती है साथ ही मानव विषयों में सतर्कता को बढ़ाती है।
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5. अनेकों रिसर्च के अनुसार पुदीना की चाय सिरदर्द, माइग्रेन और अन्य तनाव-संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद प्रदान करती है। पुदीना का सेवन मस्तिष्क में संकुचित रक्त वाहिकाओं को खोलकर रक्त प्रवाह को सही करता है जिससे सिरदर्द में राहत मिलती है। सिर्फ पुदीना की पत्तियों की चाय ही नहीं, बल्कि इसके तेल की सुगंध भी सिरदर्द से राहत दिलाने में मदद प्रदान करती है।
6.पुदीना पेट और अपच जैसी अन्य पाचन समस्याओं से राहत दिलाने में बहुत ही लाभकारी होता है।अपच भोजन पाचन तंत्र के बाकी हिस्सों में जाने से पहले बहुत समय तक पेट में रहता है। अध्ययनों के अनुसार यदि रोगी भोजन के साथ पुदीना का सेवन करता है तो अपच जैसी समस्यों में लाभ होता है। इसके अलावा पुदीना के कैप्सूल या इसकी पत्तियों के सेवन से पेट में दर्द और अन्य पाचन समस्याओं में सुधार होता है ।