पाइल्स एक बहुत खतरनाक बीमारी है लेकिन इसका इलाज संभव है और आयुर्वेदिक औषधि पाइल्स के लिए बहुत लाभकारी होती है। पाइल्स को हिंदी में बबासीर कहा जाता है यह दो प्रकार का होता है खूनी और बादी। दोनों ही नुकसानदायक है लेकिन खूनी बबासीर ज्यादा घातक होता है। यहाँ कुछ आयुर्वेदिक औषधि की जानकारी दी जा रही है जो दोनों ही बबासीर में कारगार है। वैसे पाइल्स के लिए आयुर्वेद को अपनाना एक सही फैसला होता है।
पाइल्स के लिए घरेलु इलाज भी संभव हैं। यहाँ कुछ उपचार हैं जो आसानी से अपनाये जा सकते हैं और पाइल्स जैसी खतरनाक बीमारी को रोका और नष्ट किया जा सकता है।
1. एप्पल साइडर वेनेगर:
एप्पल साइडर वेनेगर के कई फायदे हैं यह इन्फेक्शन को होने से रोकता है एवं जलन, दर्द, खुजली से राहत दिलाता है। इसको उपयोग करने का तरीका इस प्रकार है। एक कटोरी लें उसमें वेनेगर लें और कुछ रुई के टुकड़े उसमें डूबकर रख दें और प्रभावित जगह पर उस भीगे हुए रुई के फाहे को लगायें। यह तब तक करें जब तक आपका पाइल्स नष्ट नहीं हो जाता और उसमें राहत नहीं मिल जाती। पाइल्स के लिए आयुर्वेद में यह अचूक उपाय है।
2. तरल भोजन का सेवन:
अगर कोई व्यक्ति पाइल्स का शिकार है तो उसे तरल भोजन का सेवन करना चाहिए जैसे दाल का पानी, सब्जियों का रस, दलिया इत्यादि। ये भोजन बबासीर में राहत देता है। आयुर्वेदिक औषधि की तरह ये भोजन काम करेगा।
3. छाछ का सेवन:
छाछ का सेवन पाइल्स के लिए बहुत उपयोगी माना गया है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से पाइल्स दूर होता है। दो लीटर छाछ लीजिये उसमें जीरा और नमक स्वादानुसार मिला लीजिये और जब भी प्यास लगे आप इसका सेवन करें। यह पाइल्स को नष्ट करने का अचूक आयुर्वेदिक नुस्खा है।
4. त्रिफला:
त्रिफला चूर्ण का सेवन रोज रात को सोने से पहले करें इससे बबासीर में बहुत आराम मिलता है। एवं यह पेट से संबंधी सभी बिमारियों को नष्ट करता है। पाइल्स के लिए आयुर्वेद में इसको सर्वोपरि स्थान प्राप्त है। यह बहुत लाभदायक आयुर्वेदिक औषधि है जो आसानी से उपलब्ध हो जाती है।