एनीमिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर में लाल रक्त कणों की संख्या कम हो जाती है। इसका पता हीमोग्लोबिन का टेस्ट करके लगाया जाता है। एनीमिया कई बार जटिल समस्याओं को पैदा कर देती है। अगर लगातार रक्त की कमी होती है तो कभी-कभी ब्लड कैंसर जैसी समस्याएँ भी सामने आती हैं। और एनीमिया के कारण शरीर बहुत ही कमजोर हो जाता है समय रहते शरीर में खून की कमी को पूरा करना होता है जिससे शरीर को सम्हाला जा सके। शरीर के लिए रक्त बहुत ही जरुरी होता है जो नसों में बहता है शरीर को चलायमान करता है। एनीमिया मतलब आयरन की कमी। अगर आयरन की कमी को पूरा कर लिया जाये तो खून की कमी पूरी हो जाएगी और एनीमिया ख़त्म हो जायेगा।
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आयरन एक खनिज होता है जो शरीर के लिए भी आवश्यक होता है। अगर शरीर में लौह तत्व की मात्रा भरपूर है तो शरीर में खून की कमी नहीं होगी लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो एनीमिया होने की सम्भावना बहुत प्रबल हो जाती है।
- एनीमिया के लक्षण:
एनीमिया के कई लक्षण होते हैं जिन्हे पहचानकर आप यह पता कर सकते हैं कि आपको एनीमिया है। लेकिन इसकी पुष्टि के लिए आपको खून की जाँच करवाना आवश्यक है। यहाँ हम एनीमिया के कुछ लक्षण देखेंगे:
- थकान:
यह एनीमिया का पहला संकेत होता है अगर आपको बहुत अधिक थकान लग रही है और कमजोरी महसूस हो रही है तो इसका मतलब है कि आपके शरीर में खून की कमी है और आपको एनीमिया हो सकता है। यह आम थकान नहीं होती बल्कि हड्डियों की थकान होती है इसके कारण हड्डियों में बुखार आना भी संभव होता है।
- आँखों और नाखूनों में पीलापन:
यह भी एनीमिया की एक निशानी होती है इसमें आँखों में और नाखूनों में पीलापन दिखाई देने लगता है। इसका मतलब होता है कि शरीर में रक्त की मात्रा की कमी है जिसकी वजह से ऐसा हो रहा है। और यह एनीमिया के संकेत होते हैं। ऐसा प्रतीत होने पर खून की जाँच करवाना चाहिए।
- धड़कनों का तेज होना:
जब धड़कनें अचानक तेज हो जाती हैं इसका मतलब है कि आप किसी गहन चिंता में हैं और इसी चिंता के चलते ऐसा हो रहा है। लेकिन यह भी एनीमिया या खून की कमी के कारण होता है। इस तरह से हृदय गति का तेज होना शुभ संकेत नहीं होता। यह कारण होता है तनाव का और खून की कमी का या किसी बीमारी का।
- हाथ-पैरों का सुन्न हो जाना:
हाथ और पैरों का अचानक सुन्न हो जाना भी एनीमिया, खून की कमी का एक संकेत होता है। इसलिए अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो रहा है तो उसे नज़रअंदाज न करें बल्कि किसी डॉक्टर को दिखाएं और उनकी सलाह अनुसार जाँच करवाएं। इनसे कई प्रकार की अन्य बीमारियाँ भी जन्म ले सकती हैं।
- अत्यधिक रक्तस्त्राव:
महामारी के दौरान महिलाओं के अत्यधिक रक्तस्त्राव के कारण भी एनीमिया हो सकता है। साथ ही प्रसव के दौरान या किसी सर्जरी के दौरान भी ऐसा होना संभव है। इसलिए अगर ऐसा कुछ होता है आपको स्वयं के खाने पर विशेष ध्यान रखना होगा। जिससे खून की कमी पूरी हो जाये और शरीर स्वस्थ्य रहे।
- सिर में दर्द:
सिर का दर्द कई रोगों की वजह हो सकती है जैसे तनाव, माइग्रेन या फिर एनीमिया। और अगर आपको इनमें से कोई भी ऐसी समस्या है तो आपको रोजाना सिर में दर्द होना संभव है। और अगर आपको भी रोजाना सिर में दर्द है तो इसे साधारण तौर पर न लें इसकी जांच करवाएं और इसकी पुष्टि करें कि ऐसा क्यों हो रहा है।
- एनीमिया में डाइट का रखें ध्यान:
अगर किसी भी व्यक्ति को एनीमिया है या हीमोग्लोबिन की कमी है तो उसे अपनी डाइट का विशेष ध्यान रखना होगा। क्योंकि अगर डाइट का ध्यान रखा जाये और आयरन युक्त पौष्टिक भोजन खाया जाए तो एनीमिया को नष्ट किया जाना संभव है।
- फलों का सेवन:
एनीमिया में फलों का सेवन बहुत जरुरी होता है। फलों में फॉलिक एसिड पाया जाता है और पर्याप्त मात्रा में विटामिन पाए जाते हैं इसलिए फलों का सेवन खून की कमी को पूरा करने के लिए करना चाहिए। फलों में अनार, केला, सेब, संतरा, तरबूज, जामुन इत्यादि का सेवन करना चाहिए। ये फल खून की कमी को पूरा करने में सहयक होते हैं।
- डेरी प्रोडक्ट्स:
डेरी प्रोडक्ट्स में आप दूध, दही, अंडा, चीज़, पनीर इत्यादि का सेवन करें, इनसे भी खून बनने में सहायता मिलती है। ये सभी भोजन शरीर के लिए काफी अच्छे और पोषक माने गए हैं। डेरी प्रोडक्ट का सेवन रोज किसी न किसी रूप में जरूर करें। ये भोजन शरीर को प्रोटीन प्रदान करने में भी सहायक होता है।
- पालक:
पालक को आयरन का पर्याप्त स्त्रोत माना गया है अगर आप रोज पालक खाते हैं या हफ्ते में तीन दिन भी पालक का सेवन करते हैं तो यह शरीर के लिए काफी अच्छी मानी जाती है। पालक में प्रचुर मात्रा में आयरन तत्व होते हैं। इसे खाने से एनीमिया नष्ट होता है और शरीर को ऊर्जा भी मिलती है।
- आंवला:
आंवला आप कैसा भी खा सकते हैं सूखा या किसी भी तरह से। आंवले में भरपूर मात्रा में पौष्टिक लौह तत्व होते हैं जिनसे शरीर में आयरन की कमी पूरी होती है। अगर हर मौसम में रोजाना एक आंवले का सेवन किया जाये तो इससे खून की कमी नहीं होगी और भी कई अन्य बिमारियों से बचा जा सकता है।
- मछली:
मछली के सेवन से शरीर को प्रोटीन मिलता है साथ ही मछली के द्वारा खून की कमी से होने वाले रोगों को दूर करना और नष्ट करना संभव है। मछली में बहुत ही अच्छे पौष्टिक तत्व होते हैं जिनसे त्वचा और बाल सभी कुछ अच्छा होता है। मोटापा दूर करने के लिए भी मछली का सेवन उपयोगी माना जाता है।
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इन सभी भोजन को अपनी एनीमिया डाइट में शामिल करने से एनीमिया झट से गायब हो जायेगा और शरीर में ऊर्जा का प्रवाह होगा।