डिप्रेशन को हिंदी में अवसाद कहा जाता है। डिप्रेशन एक प्रकार की बीमारी ही होती है। कई बार किन्ही वजहों से इंसान परेशान रहता है और कई बार ऐसा होता है कि ये परेशानियाँ लम्बे समय तक बनी रहती है। और इन परेशानियों की वजह से इंसान अत्यधिक सोचने पर मजबूर हो जाता है और आखिरी में परिणाम के रूप में हाथ लगता है अवसाद या डिप्रेशन। डिप्रेशन के बहुत से कारण होते हैं जैसे:
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- मन में किसी प्रकार की शंका या शक।
- छोटी-छोटी बातों को दिल से लगाना।
- कोई घटना जिससे मष्तिष्क प्रभावित हो।
- किसी प्रकार मानसिक तनाव।
ये सभी डिप्रेशन के कारण हैं। डिप्रेशन का कारण वैसे तो कुछ भी हो सकता है जिससे दिमाग प्रभावित हो और नकारात्मक चीज़ें दिमाग में घूमने लगें। कोई नहीं चाहता कि कोई भी डिप्रेशन का शिकार हो लेकिन कुछ परिस्थितियों की वजह से ऐसा हो जाता है। कुछ लोग नकारात्मक परिस्थितियों में भी आसानी से खुद को सम्हाल लेते हैं तो कुछ लोग तनाव का शिकार हो जाते हैं और इसका परिणाम होता है डिप्रेशन। आज के समय में डिप्रेशन की समस्या बहुत ही आम हो गयी है। बड़े से बड़े लोग जिनके पास पैसा नाम सब कुछ है वे भी डिप्रेशन का शिकार हैं। तो हम ये नहीं कह सकते कि डिप्रेशन की वजह सिर्फ पैसा ही हो सकता है। आर्थिक रूप से संपन्न लोग भी डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं।
डिप्रेशन के कुछ लक्षण होते हैं जिन्हें समझना बहुत ही जरुरी होता है। अगर आप डिप्रेशन में हैं तो आपको अपने व्यव्हार में और स्वयं में ये अन्तर दिखाई देंगे।
- डिप्रेशन के लक्षण:
- वैसे तो डिप्रेशन से ग्रसित व्यक्ति को पता ही नहीं चलता कि वह डिप्रेशन में है। लेकिन अन्य लोगों को उनके व्यव्हार में अंतर पता चल जाता है। अगर किसी व्यक्ति के आस पास कोई व्यक्ति डिप्रेशन में है तो आप उसकी मदद जरूर करें।
- डिप्रेशन वाले व्यक्ति को कभी तो बहुत रोने का मन होता है तो कभी अचानक से तेज़ हंसने का मन होता है।
- डिप्रेशन वाला व्यक्ति अधिकतर अकेले रहना पसंद करता है उसे ख़ुशी और दुःख से फर्क पड़ना बंद हो जाता है और उसे ऐसा महसूस होता है कि इस दुनिया में उसके लिए कुछ नहीं रखा।
- अगर कोई व्यक्ति डिप्रेशन में है तो वह किसी से भी ठीक से बात नहीं करता/करती। हर बात पर उसे चिड़चिड़ाहट होती है।
- नींद कम आना और घंटो तक किसी बात को सोचते रहना।
ये सभी डिप्रेशन के लक्षण होते हैं। और अगर ऐसे लक्षण किसी भी व्यक्ति में नज़र आते हैं तो उन्हें मनोरोग डॉक्टर को दिखाना चाहिए। क्योंकि डिप्रेशन जैसी समस्या बड़ी बीमारी जैसे ट्यूमर, माइग्रेन और भी कई अन्य को जन्म देती है। इसलिए डिप्रेशन के लक्षण दिखते ही उसका इलाज करना चाहिए। कुछ उपाय ऐसे हैं जो आसानी से अपनाये जा सकते हैं।
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- डिप्रेशन से बचने के उपाय:
डिप्रेशन को अगर शुरूआती दौर में ही समझ लिया जाये तो इसका इलाज किया जाना संभव है। ये उपाय बहुत ही सरल हैं जो घर में भी अपनाये जा सकते हैं।
- योग:
योग एक ऐसा व्यायाम है जिससे तन, मन और आत्मा तीनों एक साथ आ जाते हैं। योग करना शरीर के लिए भी अच्छा है और दिमाग के लिए भी। योग से दिमाग का व्यायाम होता है और डिप्रेशन जैसी परेशानियाँ दूर होती हैं इसलिए प्रतिदिन सुबह उठकर योग करना चाहिए।
- मैडिटेशन:
दिमाग को शांत रखने और तनाव मुक्त रहने के लिए मैडिटेशन बहुत ज्यादा जरुरी है। इसलिए मैडिटेशन को नियमित करके डिप्रेशन को दूर कर सकते हैं। वैसे तो मैडिटेशन और योग को अपने जीवन में उतारना चाहिए। आप इनसे बहुत हद तक तनाव मुक्त रह सकते हैं।
- खुश रहने का प्रयास करें:
डिप्रेशन वाले व्यक्ति को खुश रहना बहुत जरुरी है। जिस भी चीज़ से उन्हें ख़ुशी मिले उन्हें वो काम करना चाहिए। अगर वे खुश रहेंगे तो उन्हें डिप्रेशन नहीं होगा और वे तनाव मुक्त रहेंगे। बोलते हैं खाली दिमाग शैतान का घर होता है। इसलिए कभी भी खाली न रहे कुछ न कुछ कार्य करते रहना चाहिए। इससे तनाव को दिमाग में जगह ही नहीं मिलेगी और हमेशा वही कार्य चुनें जिससे आपको ख़ुशी मिलती हो।
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- कहीं घूमने जायें:
जब कोई व्यक्ति तनाव से गुजरता है तो उसे अपनी हवा पानी बदलना चाहिए क्योंकि हवा पानी बदलने से तनाव गायब हो जाता है। तनाव आये इससे पहले ही आप कही घूमने चले जायें। जो जगह आपको पसंद हो आप वहाँ जायें और थोड़ी मौज मस्ती करें। जीवन में काम और पैसा जितना जरुरी है उतनी ही जरुरी है अपने मन की शांति और संतुष्टि। और आप अगर कही घूमने जायेंगे तो आपका वातावरण बदलेगा और आपको मानसिक रूप से संतुष्टि मिलेगी।
- शॉपिंग या खरीददारी:
शॉपिंग करना सभी को पसंद होता है। और जब मूड ख़राब हो तब आप आप शॉपिंग पर जायें। आप छोटी-छोटी चीज़ें ही खरीद लें लेकिन वह चीज़ आपके पसंद की हो। इससे आपको ख़ुशी मिलेगी। कहा जाता है शॉपिंग करना सिर्फ महिलाओं के शौक होते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है महिला हो या पुरुष दोनों को ही शॉपिंग करने से ख़ुशी मिलती है इसलिए आप शॉपिंग करें और तनाव को दूर भगायें।
- गुस्से पर करें काबू:
गुस्सा शरीर के लिए बहुत हानिकारक होता है और दिमाग के लिए बहुत ही ज्यादा हानिकारक होता है। अगर आप डिप्रेशन से बचना चाहते हैं तो अपने गुस्से को काबू में करें जब आप अपने गुस्से को काबू में कर लेंगे तो आप खुश रहने लगेंगे और इससे आपको तनाव नहीं होगा और डिप्रेशन से आप दूरी बना लेंगे।
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डिप्रेशन को दूर करने के ये बहुत ही आसान से उपाय हैं इनको अपने जीवन में उतार कर देखें। ये आपके अवसाद को दूर करने के साथ ही साथ आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा भर देगा जो बहुत ही आवश्यक है। इसलिए आप इन उपाय को अपनाये और डिप्रेशन के लक्षण को पहचाने और इसे नियंत्रित करें। यह बहुत ही ज्यादा जरुरी है। इसलिए आप स्वयं को हमेशा खुश रखने का प्रयास करें ताकि अवसाद जैसी चीज़ें आपके आस पास न आएं।