योग एक साधना है जिसे कई वर्षों पहले खोजा गया था एवं इसके द्वारा मिलने वाले परिणाम अद्भुत होते हैं। योग साधना के द्वारा किसी भी प्रकार के रोग पर काबू पाया जा सकता है एवं माइंड एंड बॉडी कण्ट्रोल किया जा सकता है। योग द्वारा माइंड एंड बॉडी बैलेंस करना भी संभव है। योग कई प्रकार से
किया जाता है एवं योग के कई प्रकार होते हैं जैसे अष्टांग योग। इसके भी कई अन्य भाग हैं:
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अष्टांग योग:
यम
नियम
आसन
प्राणायाम
प्रतिहार
प्रत्याहार
धरना
ध्यान
समाधि
अष्टांग योग माइंड एंड बॉडी बैलेंस करने का बहुत उचित उपाय है। इसके द्वारा शरीर में रक्त संचार बढ़ता है और मानसिक तनाव कम होता है। इससे शरीर सुढोल बनता है और शरीर में लचीलापन आता है। यह मांसपेसियों को मजबूत बनाता है एवं जोड़ों को भी मजबूती प्रदान करता है। वजन घटाने में भी इसका विशेष योगदान है।
हठ योग:
यह योग माइंड एंड बॉडी कण्ट्रोल के लिए उत्तम माना गया है। मान्यता है कि यह योग को सबसे पहले भगवान् शिव ने किया था। इस योग के अनगिनत फायदे हैं जैसे इसे करने से इम्यूनिटी बढती है एवं शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं, रीढ़ की हड्डी सही प्रकार से कार्य करती है। ग्रंथियों की कार्यप्रणाली सही रहती है। तनाव से मुक्ति मिलती है।
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आयंगर योग:
यह एक प्रकार का हठ योग ही है लेकिन इसमें सभी व्यायाम श्वास से जुड़े होते हैं। एवं इसके भी फायदे अनेक हैं माइंड एंड बॉडी बैलेंस में तो यह कारगार है ही साथ ही यह रक्तचाप को नियंत्रित करता है। तनाव से राहत मिलती है, गर्दन एवं पीठ में होने वाले दर्द से राहत मिलती है। कार्यक्षमता और स्फूर्ति भी बढती है।
इस प्रकार इन योगों से माइंड एंड बॉडी कण्ट्रोल की जा सकती है। एवं कई बिमारियों से राहत मिलती है। योग साधना एक बहुत बड़ा वरदान है जिसमें किसी प्रकार की औषधि की आवश्यकता नहीं होती। मनुष्य अपने शारीरिक अंगों से ही कई बिमारियों को दूर कर सकता है। कई चिकित्सा विज्ञान ऐसे भी हैं जिनसे स्पर्श करते ही बीमारी नष्ट हो जाती है जैसे रेकी चिकित्सा।