आज के आधुनिक समय में कई प्रकार की चिकत्सा पद्धति मौजूद हैं लेकिन इसके बाद भी लोग आयुर्वेद को विशेष महत्व देते हैं जिसके कई कारण है। आयुर्वेदिक औषधि के गुण अनेक हैं यह किसी भी तरह का विपरीत प्रभाव नहीं डालती। यह सबसे बड़ा कारण है कि लोग आज भी आयुर्वेद को अपनाना चाहते हैं एवं अपनाते हैं। कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी को घर पर ही बनाया जा सकता है। यहाँ हम देखेंगे बालों के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी।
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हर कोई चाहता है कि उसके बाल काले, घने एवं चमकीले हों। लड़कियों में लम्बे, काले, घने बालों की चाहत कुछ ज्यादा होती है। वैसे तो यह आयुर्वेदिक औषधि के गुण अनगिनत हैं एवं इस आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी के मिश्रण को स्त्री या पुरुष कोई भी प्रयोग कर सकता है।
अमरबेल का तेल:
अमरवेल का तेल बालों के लिए बहुत उपयोगी होता है अमरबेल को सुखा कर उसको 500 ग्राम नारियल के तेल में मिला लें और धीमी आंच पर गरम करें। जब तेल आधा रह जाये फिर इसको ठंडा कर लें। एवं इस तेल का प्रयोग नियमित रूप से करें। कुछ ही दिनों में आपके बाल लम्बे, घने, काले और चमकीले हो जायेंगे।
मूली एवं प्याज का रस:
मूली और प्यास का रस अलग अलग तो फ़ायदा करता ही है लेकिन अगर इन दोनों को साथ में मिलकर लगाया जाये तो इस आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी के फायदे दोगुने हो जाते हैं एवं बाल बहुत ही जल्दी लम्बे होते हैं एवं बालों की सारी समस्याएं दूर होती हैं।
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रीठा, आंवला, शिकाकाई का शैम्पू:
रीठा, आंवला और शिकाकाई का शैम्पू बालों के लिए बहुत उपयोगी होता है एवं इससे बालों में नयी जान आ जाती है। 250 ग्राम आंवला, 250 ग्राम शिकाकाई एवं 200 ग्राम रीठा लें। रीठा, आंवला एवं शिकाकाई के बीज निकाल कर अलग कर लें एवं इन तीनों को पीस कर इनका महीन चूर्ण बना लें। जब भी बाल धोना हो इसको रात में जरुरत के हिसाब से भीगा दें और सुबह इसको धीमी आंच पर गरम करें एवं जब यह झाग छोड़ने लगे तो इसे आंच पर से उतर लें। ठंडा होने पर इसका उपयोग वालों को धोने के लिए करें। इससे बाल बहुत ही सुन्दर हो जाते हैं। बालों के लिए इस आयुर्वेदिक औषधि के गुण अनेक हैं। इससे वालों में बहुत अच्छी खुशबू भी बनी रहती है।