मानसिक और शरीरिक रूप से स्वस्थ रहना अत्यंत आवश्यक है इसलिए कहा जाता है कि माइंड एंड बॉडी में रिलेशनशिप गहरा और स्वस्थ होना चाहिए। अगर माइंड एंड बॉडी में रिलेशनशिप अच्छा होगा तब माइंड एंड बॉडी की परेशानी समाप्त हो जाएँगी। यदि माइंड एंड बॉडी में रिलेशनशिप अच्छा नहीं है तो दोनों के बीच में तालमेल बिगड़ेगा और कई प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है: जैसे कोमा, हार्ट की बीमारियाँ, अस्थमा, माईग्रेन इत्यादि। इसलिए माइंड एंड बॉडी में रिलेशनशिप बनाने के लिए वर्कआउट का सहारा लिया जा सकता है।
आज के समय में व्यक्ति बहुत ही व्यस्त रहने लगा है और यही कारण है कि व्यक्ति का मानसिक एवं शारीरिक संतुलन कई बार बिगड़ जाता है। लेकिन अगर माइंड एंड बॉडी की परेशानी को दूर करना है तो उसके लिए कई तरीके हैं जैसे:
- हर 2 से 6 महीने के बीच किसी हिल स्टेशन पर घुमने जाया जाये। हिल स्टेशन पर इसलिए क्योंकि ऐसी जगह प्रकृति के बीच होती हैं और प्रकृति मानसिक और शारीरिक शांति प्रदान करने के लिए सबसे अधिक प्रसिद्द स्थान माना गया है।
- रोजाना शारीरिक और मानसिक व्यायाम करें और अपने दिमाग और बॉडी को संतुलित रखें।
- जिस भी चीज़ में आपको ख़ुशी मिलती है उस कार्य को करें जैसे: गाना, डांस, खेलना, किताब पढना, टीवी देखना इत्यादि। इससे भी माइंड एंड बॉडी में रिलेशनशिप परस्पर बना रहता है।
इन सभी तरीकों से शरीर में स्फूर्ति और दिमाग में शांति बनी रहेगी और इस वजह से बीमारियाँ भी दूर बनी रहेंगी। इन्सान को अपने माइंड एंड बॉडी की परेशानी को दूर करने के लिए सबसे पहले अपने माइंड एंड बॉडी में रिलेशनशिप को सही करना जरुरी है।
हमारे दिमाग और शरीर की कुछ आदतें होती हैं जिनको परिवर्तित कर पाना मुश्किल होता है लेकिन जरुरत के हिसाब से हमें उन आदतों को बदलना जरुरी है। इन सब में थोडा समय लगता है लेकिन अगर ये आदतें बदल ली जाती है तो वह दिमाग और शरीर दोनों के ही लिए बहुत अच्छा है। कई बार हमने अपने बड़ों को कहते हुए सुना होगा ऐसा मत करो –वैसा मत करो। हमारे बड़े इसलिए ऐसा कहते हैं क्योंकि वो हमारे दिमाग और शरीर के बीच संतुलन बनाना चाहते हैं जिससे हमें आगे भविष्य में कोई परेशानी न हो।