महिलाओं के शरीर में स्तन उनकी खूबसूरती तथा उनके मातृत्व का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। अतः महिलाओं का यह जानना कि उनके स्तनों में कोई बदलाव या कोई स्राव तो नही, उनके स्तन स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यदि स्तन कैंसर का पता शुरूआती अवस्था में ही लग जाए तो ऐसे में आपको सफल उपचार का बेहतर मौका मिल सकता है। परन्तु यह जानने के लिए स्तनों कि नियमित रूप से जांच आवशयक होती है। जांच के लिए मैमोग्राम और स्क्रीनिंग टेस्ट कराये जा सकते हैं। किसी भी लक्षण के प्रकट होने से पहले स्क्रीनिंग टेस्ट से स्तन कैंसर का पता लगाया जा सकता है।
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स्तन कैंसर का सबसे आम लक्षण महिला के स्तन में एक नई गांठ का निमार्ण माना जाता है। एक दर्द रहित, कठोर गांठ जिसमें अनियमित किनारे हो सकते हैं, कैंसर होने की वजह बन सकता है, लेकिन स्तन कैंसर कई बार नरम या गोल भी सकता है इसके साथ ही यह दर्दनाक भी हो सकते हैं। इस कारण से, स्तन रोगों के निदान में अनुभवी डॉक्टर के परामर्श तथा कुछ जांचों का होना आवशयक होता है।इसके साथ ही महिलाओं को अपने स्तन पर कोई गाठ के होने पर किसी डॉक्टर के पास जाने से पहले अपने स्तन या निप्पल के अन्य परिवर्तनों के बारे में भी जानकारी होनी आवशयक होती है।
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स्तन कैंसर के शुरुआती संकेत :
स्तन ट्यूमर के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं। स्तन कैंसर के कुछ सामान्य, शुरुआती चेतावनी को इन संकेतों में शामिल कर सकते हैं:
- स्तनों की त्वचा में परिवर्तन, जैसे कि सूजन, लालिमा, या एक या दोनों स्तनों में अन्य दृश्यमान अंतर।
- आकार में वृद्धि या स्तन के आकार में परिवर्तन।
- एक या दोनों निपल्स की स्थिति में परिवर्तन।
- निप्पल से डिस्चार्ज होना जो अचानक शुरू हो सकता है ।
- स्तन के किसीभी भाग पर सामान्य दर्द का बने रहना।
- स्तन के ऊपर या अंदर गांठ या गांठका महसूस होना।
- स्तन को बिना दबाये किसी तरल पदार्थ का निप्पल से निकलना।
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आक्रामक स्तन कैंसर के लक्षण :
- चिड़चिड़ाहट या स्तनों में बहुत खुजली होना ।
- स्तन के रंग में बदलाव आना ।
- कम समय में स्तन के आकार में वृद्धि आना ।
- स्तनों को छूने पर बदलाव महसूस करना जैसे कि कठोर, कोमल या गर्म लगना।
- निप्पल की त्वचा का छिलना या सिकुड़ना।
- स्तन की गांठ का मोटा होना।
- आपके स्तन या बगल में दर्द का अनुभव होना ।
- आपके बगल के आस पास सूजन का होना ।