गैस की समस्या से आज कल काफी लोग परेशान रहते है। गैस की समस्या के चलते बदहज़मी जैसी कई परेशानिया हो सकती है। इसकी वजह से व्यक्ति जलन और कब्ज़ की समस्या से पीड़ित हो जाता है। गैस की वजह से हमारी आंतों में समस्या उत्पन्न हो जाती है, अतः इस अवस्था में आप अपने आप को अस्वस्थ और ऊर्जा रहित महसूस करते है।
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एसिडिटी क्या है: गैस्ट्रिक म्यूकोसा, जो कि हमारे पेट कि मेम्ब्रेन की एक सतह है, अगर इसमें कोई परेशानी होती है तो हमारे पेट में अम्ल बनने लगता है। और जब यह अम्ल हमारे पेट के संपर्क में आ जाता है तब पेट में दर्द होने लगता है। यह समस्या अधिकाशतः 40 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लोगो में देखने को मिलती है, लेकिन ऐसा नहीं है कि यह समस्या जवान और बच्चों में न हो।
एसिडिटी के कारण: एसिडिटी होने के कारणों में खान पान में अनियमितता, खाना खाते समय खाने को सही से न चबाना और उचित मात्रा में पानी नही पीना शमिल है। अधिक मात्रा में मसालेदार और जंक फ़ूड खाना भी एसिडिटी का कारण हो सकता है। इसके अतिरिक्त जल्दबाजी में खाना और तनावग्रस्त अवस्था में खाना, अधिक धूम्रपान और शराब पीना भी एसिडिटी के कारण होते है। बहुत अधिक भारी खाना खाने से भी एसिडिटी होती है। सुबह नास्ता न करना और काफी समय तक कुछ न खाने से भी एसिडिटी हो सकती है।
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एसिडिटी के लक्षण:
- पेट में जलन
- सीने में जलन
- जी का मचलना
- डिस्पेप्शिया (अपच)
- डकार आना
- अधिक भूख न लगना
- साँसों में बदबू
- मुंह में कड़वा स्वाद आना
एसिडिटी से बचने के आयुर्वेदिक उपचार:
- अदरक का रस: नींबू और शहद में अदरक का थोड़ा सा रस निकाल कर पीने से, लाभ होता है।
- अश्वगंधा: अश्वगंधा पाउडर को खाली पेट गुनगुने पानी के साथ खाने से, लाभ होता है।
- बबूना: इसका सेवन तनाव से संबधित पेट की जलन को कम करता है।
- इलायची: यदि सीने में जलन हो तब कुछ इलायची का सेवन करने से लाभ होता है।
- हरड: इसका सेवन पेट और सीने की जलन को सही करता है।
- लहसुन: सुबह सुबह खाली पेट 3-4 लहसुन कि कलियों का सेवन एसिडिटी में लाभ प्रदान करता है।
- मेथी: मेथी के पत्ते पेट की जलन को कम करते है।
- सौंफ: सौंफ का सेवन भी पेट की जलन को ठीक करने में सहायक सिद्ध होता है।
रिपोर्ट: डॉ.हिमानी