बदलते मौसम के साथ-साथ हमारे शरीर का तापमान भी बदलना शुरू हो जाता है। ऐसे में अपनी सेहत का ध्यान रखना काफी जरूरी हो जाता है। लेकिन नवजात शिशु की सेहत पर काफी ध्यान देना पड़ता है। क्योंकि उनकी सेहत खराब होने का खतरा ज्यादा हो जाता है।
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इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज
- बच्चों की सांस तेज चलना अथवा पसली चलना।
- अत्यधिक खांसी आना।
- चेहरे के आसपास नीलापन।
- दूध पीने में असमर्थता।
- छाती में घड़घड़ाहट अथवा सीटी सी आवाज आना।
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शिशु की अच्छी सेहत के लिए रखें इन बातों का ध्यान
- ठंड में बच्चे को नहलाना ज़रूरी नहीं, उसकी साफ-सफाई के लिए किसी साफ कपड़े को गर्म पानी में भिगो कर उसे पोछ दें ।
- बच्चा जितना आराम करना चाहे, उसे आराम करने दें और बच्चे को नींद से ना जगायें।
- बच्चे को समय-समय पर मां का दूध दें क्योंकि मां का दूध शिशु की आहार पूर्ति करता है।
- सर्दियों में बच्चे को कम से कम घर से बाहर ले जाने का प्रयास करें। कमरे में हीटर को बहुत तेज न चलाएं, और अचानक तापमान परिवर्तन से बचें, सर्दियों में संक्रमण अधिक होता है।
- कोई भी व्यक्ति जिसे सर्दी-जुकाम या कोई संक्रामक बीमारी है, उसे बच्चे से या मां से दूर रखें।
- अगर बच्चे को डायरिया या हाइपोथर्मिया की समस्या लगती है, तो तुरंत चिकित्सक को दिखायें।
- शिशु की नैपी समय-समय पर बदलते रहें क्योंकि गीलेपन से संक्रमण फैल सकता है।
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