माता पिता के लिए अपने बच्चे की देखभाल से अधिक कुछ नहीं होता और यह देखभाल तब और अधिक बढ़ जाती है जब बच्चा एक साल से भी छोटा हो। अक्सर छोटे बच्चे अंगूठा चूसने के आदि होते हैं और यह बात बच्चों के माता पिता को बिल्कुल पसंद नहीं आती। लेकिन क्या आपको मालूम है कि बच्चे अंगूठा क्यों चूसते हैं बच्चो के ऐसा करने के पीछे क्या कारण हो सकते है , जो हर माता पिता को मालूम होना चाहिए।
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आइये जानते हैं क्यों बच्चे अंगूठा चूसते हैं :
दांत निकलना : जब बच्चे के मुंह में दांत आने लगती है तो उनके मसूड़ें में खुजली होने लगती है जिसके कारण वो मुंह में अंगूठा लेना शुरू कर देता हैं। अंगूठा मुंह में लेने से मसूड़ों पर दबाव पड़ता है जिससे बच्चे को राहत मिलती है और उसका दर्द कम हो जाता है ।
भूख लगने पर : अंगूठा चूसना बच्चे आमतौर पर 3 से 6 महीने की उम्र में शुरू करते हैं। चार साल की उम्र होने तक अत्यधिक बच्चे आदत से निजात पा लेते हैं। हालांकि, कुछ बच्चों में ये आदत 12 से 15 साल की उम्र तक बनी रहती है। यह आदत बच्चों में भूख से उत्पन्न नैराश्य दूर करने के लिए होती है। जब बच्चे को भूख लगती है तो वह अपना अंगूठा अपने मुंह में डाल लेते हैं, जिसे वह स्तन या निप्पल समझकर चूसना शुरू कर देता है। यह इस बात का संकेत भी है कि उसका पेट नहीं भरा है। ध्यान रहे कि बच्चे को हाथ को साफ रखें वरना बैक्टीरिया और कीटाणु उनके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं।
अच्छी नींद आने के लिए :जब बच्चे अंगूठा चूसते है तो एक द्रव बनता है जिसे एंडोफिन्स कहते है, ये द्रव बच्चे के दिमाग में जाता है और उसे शांत कर देता है जिससे तुरंत नींद आ जाती है।
विभिन्न असहजताओं के कारण : कुछ मानसिक दवाओं के चलते बच्चे अंगूठा चूसना शुरू कर सकते हैं। व्यग्रता, आकुलता, मानसिक असुरक्षा, माता-पिता द्वारा बच्चों के प्रति प्रेम की कमी की वजह से इस आदत का शिकार होते हैं। ऐसे बच्चों के लिए यह आदत मानसिक सुरक्षा कवच का काम करती है।
अंगूठा चूसने के अन्य कारण भी हो सकते हैं जैसे कि
- जब बच्चा अपने को असुरक्षित समझता है
- माँ का अपने तरफ ध्यान आकर्षित करने के लिए
- जब बच्चा कुछ सोचता रहता है
- तनाव ग्रस्त होने पर
- बोर होने पर
रिपोर्ट: डॉ.हिमानी