गर्भधारण का समय किसी भी महिला के जीवन का एक अहम् समय होता है जिस दौरान महिलाएँ कई अलग अलग परिस्थियों से गुजरती हैं। इसके साथ ही उनके शरीर में कई प्रकार के बदलाब भी आते हैं। उन बदलाबों के साथ खुद को ढालना भी महिलाओं के लिए एक चुनौती ही होती है। तो यहाँ हम देख्नेगे कि गर्भधारण की प्रक्रिया के दौरान शरीर में किस प्रकार के परिवर्तन आते हैं। यह जानना बहुत आवश्यक है।
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गर्भधारण के दौरान शरीर में आने वाले परिवर्तन:
- स्तन का बढ़ना और उनमें दर्द का होना:
गर्भधारण के दौरान यह शरीर में आने वाला आम परिवर्तन होता है इस दौरान स्तन का बढ़ना और उनमें दर्द बना होना स्वाभाविक है। कई बार ऐसा लगता है कि आपकी छाती पर बोझ हो। कई बार यह स्थिति आपके लिए अजीब होती है लेकिन इसमें घबराने की कोई बात नहीं है यह गर्भावस्था के समय होने वाला एक परिवर्तन ही है जो थोड़े समय बाद आपको आम लगने लगता है। यह गर्भधारण के दौरान शरीर में आने वाले परिवर्तन में से एक है।
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- मानसिक स्थिति में परिवर्तन:
साधारण भाषा में हम इसे मूड स्विंग होना भी कहते हैं। गर्भधारण के दौरान शरीर में आने वाले परिवर्तन में से एक सबसे बड़ा परिवर्तन मानसिक स्थिति में परिवर्तन भी है। इस समय कोई भी बात आपको गुस्सा कर सकती है और कोई भी बात आपको खुश कर सकती है। तो इस तरह का अगर बदलाब आपको स्वयं में देखने के लिए मिलता है तो बिल्कुल घबराएं नहीं।
- कब्ज:
वैसे तो माँ बनना एक सौभाग्य होता है लेकिन गर्भधारण के दौरान शरीर में आने वाले परिवर्तन कभी कभी बहुत जटिल होते हैं। अब कब्ज ही ले लीजिये यह इस समय एक आम समस्या हो जाती है जिसकी वजह से कई बार महिलाएँ अस्वथ्य महसूस करती है। इसका कारण है कि इस दौरान आयरन का सेवन अधिक मात्रा में होता है जिसके कारण कब्ज होना स्वाभाविक है।
- त्वचा में परिवर्तन:
गर्भधारण के दौरान शरीर में आने वाले परिवर्तन में से त्वचा में परिवर्तन होना बहुत साधारण सी बात है। इस समय आपकी त्वचा में चमक आ जाती है, कभी कभी त्वचा शुष्क भी होती है तो कभी रंग साफ़ हो जाता है और महिलाएँ सुन्दर होती जाती है। लेकिन कई बार त्वचा का रंग साँवला हो जाता है और चेहरे पर मुंहासे भी आ जाते हैं।
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- बार बार पेशाब आना:
गर्भधारण के दौरान बार बार पेशाब आना भी स्वाभविक शरीर का एक परिवर्तन है। जिससे कई बार महिलाएँ परेशान हो जाती है। साथ ही समय के साथ ही मूत्राशय में एक अलग प्रकार का दबाब भी महिलों को महसूस होता है। इसके लिए आप अपने डॉक्टर की सलाह ले सकती हैं और कुछ व्यायाम भी कर सकती हैं जिससे यह दबाब नियंत्रित हो जाये।
- वजन बढ़ना:
गर्भधारण के दौरान वजन का बढ़ना बहुत ही ज्यादा स्वाभाविक है। और हर महिला इसके लिए मानसिक रूप से तैयार होती है कि ऐसा होगा। वजन बढ़ने के साथ ही साथ गर्भवती महिलाओं को पोषक आहार लेना चाहिए जिससे बच्चे का पोषण अच्छे से हो सके।
तो ये सभी परिवर्तन गर्भधारण के दौरान आना सम्भव है इसके साथ ही साथ बालों का झड़ना, सूजन आना भी संभव है। तो अब आप समझ ही गई होंगी कि क्या परिवर्तन आपके शरीर में आ सकते हैं जिसके लिए आपको मानसिक रूप से तैयार होना बहुत जरुरी है ताकि आपके गर्भधारण से लेकर शिशु के जन्म तक का समय स्वस्थ रूप से निकल सके।