मलेरिया कैसे होता है।
मलेरिया के लक्षण-
क्या है मलेरिया का उपचार।
मलेरिया कैसे होता है।
मलेरिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें सर्दी और सिरदर्द के साथ-साथ बार- बार बुखार भी आता है। मलेरिया के बुखार में कभी-कभी इंसान कोमा में भी चला जाता है या मौत तक हो जाती है। मलेरिया पलाज़्मेडियम परजीवी के कारण होता है। यह एक मच्छर के काटने से शुरु होता है।
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इस रोग से ग्रसित व्यक्ति को बुखार, कंपकंपी लगना, पसीना आना, तेज सिरदर्द, शरीर में टूटन के साथ जी मिचलाने और उल्टी होने तक के लक्षण आते हैं। इसमें रोगी को बार-बार बुखार आता है। लेकिन ये लक्षण आने के बावजूद इसमें मरीज को प्रोटोजोआ का पता लगाना बहुत जरूरी करता है।
ये लक्षण दिखें तो हो जाएं सावधान
– तेज ठंड लगकर बुखार आना- बुखार उतरने पर पसीने का आना.
– पेट की दिक्कत और उल्टियां
– बेहोशी का होना, खून की कमी, एनीमिया
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– लो ब्लड शुगर
– थकान, सरदर्द, मसल्स पेन
क्या है मलेरिया का उपचार–
एक गिलास पानी में एक चम्मच दालचीनी, एक चम्मच शहद और आधा चम्मच काली मिर्च पावडर मिलाकर अच्छी तरह से उबालें और फिर ठंडा होने पर इसे पिएं।
दिन 3 से 4 गिलास संतरे का जूस लें , इससे मलेरिया में अराम मिलता है।
तीन ग्राम चूने में नींबू निचोड़कर साठ मिली लीटर पानी में मिलाकर, थोड़ी- थोड़ी मात्रा में पीते रहें।
धतूरे की कोपल से बनाई गई गोली को गुड़ में मिलाकर गोली बना लें, और दिन में दो बार सेवन करें।
गिलोय के जूस को दो बार सेवन करें।
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